हम जान लगा देगे॥
पर हिम्मत नाही हारे गे॥
हम पहले के टॉपर है॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
समय समय पर करू पढाई॥
समय का रखता ध्यान॥
यही समय है कुछ बनाने॥
साहब नेता नबाब॥
चढ़ जायेगे शिखा के ऊपर॥
नयी नयी बात निकाले गे॥
हम पहले के टॉपर है॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
अपने माँ के अरमानो का॥
हमें बहुत है ख्याल॥
अगर पैर पीछे हटाता है॥
होगा उन्हें मलाल॥
भारत माँ की धरती पर॥
नयी उपज उपारेगे॥
हम पहले के टॉपर है॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
तब सफलता कदम चूमेगी॥
खुशिया का मौसम आयेगा॥
बन जायेगे महा पुरुष हम॥
कभी समय बतलायेगा॥
अपनी विद्दया के झंडे को॥
एक दिन हम भी गाड़ेगे॥
हम पहले के टॉपर है॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
फिर से बाज़ी मारेगे॥
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--- संजय सेन सागर