नयी उमंगें नयी लालशा ॥
नयी ज्योति जलाएगा॥
आने वाला नया साल॥
हर पल खुशिया लाएगा॥
छू लोगे नीले अम्बर को॥
नया इतिहास रचाओगे॥
तेरी धुन पर नाचेगी दुनिया॥
खुद महान बन जाओगे॥
हर कार्य संभव होगा॥
जन जन ख़ुशी लुटायेगा॥
धन दौलत से भरे खजाना॥
उत्तम कर्म साकार होगा॥
संकट की परछाई पड़े न॥
उपवन भरा विहार होगा॥
मोर पपीहा कोयल बोले॥
नटखट पवन नचाएगा॥
नयी ज्योति जलाएगा॥
आने वाला नया साल॥
हर पल खुशिया लाएगा॥
छू लोगे नीले अम्बर को॥
नया इतिहास रचाओगे॥
तेरी धुन पर नाचेगी दुनिया॥
खुद महान बन जाओगे॥
हर कार्य संभव होगा॥
जन जन ख़ुशी लुटायेगा॥
धन दौलत से भरे खजाना॥
उत्तम कर्म साकार होगा॥
संकट की परछाई पड़े न॥
उपवन भरा विहार होगा॥
मोर पपीहा कोयल बोले॥
नटखट पवन नचाएगा॥
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर