हम है सबसे बड़े नबाब (लखनऊ )
सतलज जल पर बसा है॥
लखनऊ बड़ा नबाब॥
न तो कोइ घूंटी पिए॥
न कोइ संताप॥
हम है सब से बड़े नबाब॥
हूजूर हिसाब कीजिये॥
न चुंगली घर जाय बसी॥
न धतुरा हाई खाय॥
न कौनव अड़चन पडे॥
न कुछ जाय बिलाय॥
न मन में लालच बसी॥
न बकी अनाप सनाप॥
हम है सबसे बड़े नबाब॥
हुजूर हिसाब कीजिये॥
सतलज जल पर बसा है॥
लखनऊ बड़ा नबाब॥
न तो कोइ घूंटी पिए॥
न कोइ संताप॥
हम है सब से बड़े नबाब॥
हूजूर हिसाब कीजिये॥
न चुंगली घर जाय बसी॥
न धतुरा हाई खाय॥
न कौनव अड़चन पडे॥
न कुछ जाय बिलाय॥
न मन में लालच बसी॥
न बकी अनाप सनाप॥
हम है सबसे बड़े नबाब॥
हुजूर हिसाब कीजिये॥
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर