कर कर्मो का करवा चौथ ॥
आज मनायेगी सुहागिन॥
पति की लम्बी उम्र का॥
गीत जायेगी सुहागिन॥
घर में सदा खुशिया आए॥
एहसास करायेगी सुहागिन॥
सही path पर चले सदा॥
seekh sekhaayegee suhagin॥
दुःख कभी fatke नही dwaare॥
वह दीप jalaayegee सुहागिन॥
करके सोलह श्रृंगार आज॥
करवा मनायेगी सुहागिन॥
प्रिये का मुखडा देख कर॥
भोग लगायेगी सुहागिन॥
आज मनायेगी सुहागिन॥
पति की लम्बी उम्र का॥
गीत जायेगी सुहागिन॥
घर में सदा खुशिया आए॥
एहसास करायेगी सुहागिन॥
सही path पर चले सदा॥
seekh sekhaayegee suhagin॥
दुःख कभी fatke नही dwaare॥
वह दीप jalaayegee सुहागिन॥
करके सोलह श्रृंगार आज॥
करवा मनायेगी सुहागिन॥
प्रिये का मुखडा देख कर॥
भोग लगायेगी सुहागिन॥
karva chaouth ka maja to tab hai jab pati bhi patni ke liye vrat rakhe. gadi ek dono pahiye hai to dono ko barabar ki tapasaya karni chahiye
ReplyDeleteदिलचस्प विवरण।
ReplyDeleteaap sabhi ko dhanyavaad,,,आप सभी को धन्यवाद...
ReplyDeleteइस पुरुष्प्रधान समाज मे पत्नियाँ ही क्यों देती रहे बार बार अपने पतिव्रता होने का प्रमाणपत्र ?
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