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सबको ऐसी सीख सिखाओ

ज्ञान की ज्योति

आओ बच्चो आई दिवाली
दीप जलाएं करो तैयारी
अन्धकार को दूर भगाओ
प्रेम सहित सब दीप जलाओ।

स्नेह सूत्र में सबको बांधो
दीवाली सच्ची तब ही जानो
संयम सत्य का पाठ पढ़ाओ
मेहनत कर भारत चमकाओ।

प्रेम की सीख सिखाकर के तुम
चढ़ते जाओ ज्ञान की सीढ़ी
भारत याद करेगा तुमको
याद करेंगी तुमको पीढ़ी।

दीवाली पर्व जब भी है आता
शुभ मंगल खुशियाँ है लाता
अन्धकार सब है खो जाता
रामराज्य फिर है हो जाता।

ज्ञान की ज्योति जलाते जाओ
सबको ऐसी सीख सिखाओ
भारत विश्व गुरू कहलाए,
पथ आलोकित यदि कर पाओ।

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