कोयल कू कू करती है॥
बच्चो का मन भरती है॥
इसकी प्यारी बोली है ॥
लगाती कितनी भोली है॥
इसकी गीत बड़ी मतवाली ॥
सब के मन को भने वाली॥
प्यार का गीत सुनाने वाली॥
मन को बहुत लुभाने वाली॥
प्रात : होते उठ कहती बच्चो ॥
उठो सबेरा आया है॥
चन्दा मामा चले है घर को॥
रवि किरण फैलाया है॥
ये प्यारी गीत सुनाती है॥
प्रेम का पाठ paDhati है॥
ऐसे बच्चो एक दिन जग में ।
नाम अमर कर जाओ गे॥
छोडे सपने जो बापू थे ॥
पूरा करके दिखाओ गे॥
मीठी इसकी बोली है॥
लगाती कितनी सोनीहै॥
प्यारी गीत सुनाती है ,,
सब का मन बहलाती है॥
कोयल कू कू करती है॥
बच्चो का मन भरती है॥
बच्चो का मन भरती है॥
इसकी प्यारी बोली है ॥
लगाती कितनी भोली है॥
इसकी गीत बड़ी मतवाली ॥
सब के मन को भने वाली॥
प्यार का गीत सुनाने वाली॥
मन को बहुत लुभाने वाली॥
प्रात : होते उठ कहती बच्चो ॥
उठो सबेरा आया है॥
चन्दा मामा चले है घर को॥
रवि किरण फैलाया है॥
ये प्यारी गीत सुनाती है॥
प्रेम का पाठ paDhati है॥
ऐसे बच्चो एक दिन जग में ।
नाम अमर कर जाओ गे॥
छोडे सपने जो बापू थे ॥
पूरा करके दिखाओ गे॥
मीठी इसकी बोली है॥
लगाती कितनी सोनीहै॥
प्यारी गीत सुनाती है ,,
सब का मन बहलाती है॥
कोयल कू कू करती है॥
बच्चो का मन भरती है॥
bahut khubsoorat rachana......
ReplyDeletethanks you sir...
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