
दिल की किताब पे लिख दी है
जज्बातों के दर्द की कहानी ,,
लिए आँखों में पानी ,
जिसकी कीमत
सिर्फ कुछ अच्छे दोस्तों ने ही पहचानी
दिया बातो से हौंसला ,,
नहीं तो दर्द ने था इतना तोडा ,
जो बिखरती तो फिर से ना ...
ना जुड़ पाती ....
अपनी ही ज़मी पे बन जाती मै ...
बेगानी...बेगानी...
(...कृति ....अनु ..(अंजु)..)
बहुत सुंदर .....
ReplyDelete