यहां एम.एस.यूनिवर्सिटी में रविवार को एक छात्र द्वारा अश्लील उच्चरण की मुखाकृति वाले व अभद्र शब्द लिखे चित्रों ( फूहड़)की प्रदर्शनी से हड़कंप मच गया है। फाइन आर्टस फैकल्टी में सोमवार से विद्यार्थियों द्वारा निर्मित चित्रों ,स्कल्पचर व मॉडल की प्रदर्शनी आरंभ हो रही है।
इस प्रदर्शनी को देख कर विद्यार्थियों को अंक दिए जाते हैं और बाद में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाता है। इससे एक दिन पहले ही आपत्तिजनक चित्रों को लेकर विवाद गहरा गया है। पिछले तीन सालों से फूहड़ चित्रों की प्रदर्शनी के कारण यह विश्वविद्यालय सुर्खियों में रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीए अंतिम वर्ष के छात्र कुणाल सिंह ने इस प्रकार के भद्दे चित्रों को प्रदर्शनी में रख दिए। इन चित्रों को प्रदर्शनी में लगाने के साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में हड़कंप मच गया ।
छात्र से मांगा जाएगा खुलासा
फाइन आर्टस संकाय के अधीक्षक दीपक कन्नल को इसकी भनक लगते ही इन विवादित चित्रों को तुरंत हटा लिया गया । लगातार तीन सालों से विवादित चित्रों को बनाए जाने से यूनिवर्सिटी प्रशासन में सनसनी फैल गई है। कन्नल ने बताया कि फाइन आर्टस के विद्यार्थियों अपनी अभिव्यक्ति को प्रस्तुत करने का पूरा हक है लेकिन उसमें सामाजिक मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। भद्दापन वाले चित्रों को प्रदर्शन से हटा दिया गया है। संबंधित विद्यार्थी से इस बारे में खुलासा मांगा जाएगा।
निगरानी के लिए कमेटी बनेगी
यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. रमेश गोयल ने बताया कि कला में इस प्रकार की फूहड़ता स्वीकार नहीं की जाएगी। न्यूडिटी विषय पर आपत्तिजनक चित्र ना बनें इसके लिए तत्काल प्रभाव से कमेटी बनाई जाएगी। संस्कारी नगरी में इस प्रकार की हरकत अशोभनीय है। आगे पढ़ें के आगे यहाँ
इस प्रदर्शनी को देख कर विद्यार्थियों को अंक दिए जाते हैं और बाद में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाता है। इससे एक दिन पहले ही आपत्तिजनक चित्रों को लेकर विवाद गहरा गया है। पिछले तीन सालों से फूहड़ चित्रों की प्रदर्शनी के कारण यह विश्वविद्यालय सुर्खियों में रहता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीए अंतिम वर्ष के छात्र कुणाल सिंह ने इस प्रकार के भद्दे चित्रों को प्रदर्शनी में रख दिए। इन चित्रों को प्रदर्शनी में लगाने के साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में हड़कंप मच गया ।
छात्र से मांगा जाएगा खुलासा
फाइन आर्टस संकाय के अधीक्षक दीपक कन्नल को इसकी भनक लगते ही इन विवादित चित्रों को तुरंत हटा लिया गया । लगातार तीन सालों से विवादित चित्रों को बनाए जाने से यूनिवर्सिटी प्रशासन में सनसनी फैल गई है। कन्नल ने बताया कि फाइन आर्टस के विद्यार्थियों अपनी अभिव्यक्ति को प्रस्तुत करने का पूरा हक है लेकिन उसमें सामाजिक मर्यादाओं का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। भद्दापन वाले चित्रों को प्रदर्शन से हटा दिया गया है। संबंधित विद्यार्थी से इस बारे में खुलासा मांगा जाएगा।
निगरानी के लिए कमेटी बनेगी
यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. रमेश गोयल ने बताया कि कला में इस प्रकार की फूहड़ता स्वीकार नहीं की जाएगी। न्यूडिटी विषय पर आपत्तिजनक चित्र ना बनें इसके लिए तत्काल प्रभाव से कमेटी बनाई जाएगी। संस्कारी नगरी में इस प्रकार की हरकत अशोभनीय है। आगे पढ़ें के आगे यहाँ
afsos ki jahan labh ajaad nahin hai.........
ReplyDeleteयह तो बेहद शर्मनाक है
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ReplyDeletekya sharamnak hai bhai yeh samaj ka sach hai jo tum dekhna nahin chahte aur yeh har roj samaj main dikhta hai har taraf hai yeh .........
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