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हिन्दुस्तानी हो करके शरमाते है हिन्दी से /

हिन्दुस्तानी हो करके शरमाते है हिन्दी से /
नेता देते इंग्लिश में भाषण मैडम शर्माती बिंदी से//
मैडम शर्माती बिंदी से बच्चो को अम्रीका में पढ़वाती/
हिन्दी का तो शव्द भूल गई चिट्ठी नौकर से बच्वाती//
जितने नेता अफसर है अंग्रेजी में बतियाते है/
कोई घबराते हिन्दी से तो कोई घबराते शिन्धी से//
हिन्दुस्तानी हो करके शरमाते है हिन्दी से /
मंत्री जी भाषण जब अंग्रेजी के हवाले/
हिन्दी को तौहीन समझते जो उपजी बड़े घराने//
हर दफ्तर में अंग्रेजी की चलती धड-धड भाषा/
जो अंग्रेजी नही बोले जाने चपराशी की नही आषा//
इनको तो अब डालर चखिए घबराते है खिन्नी से/
हिन्दुस्तानी हो करके शरमाते है हिन्दी से /
हिन्दी दिवस पे नेता कहते हिन्दी का उत्थान करो/
हम भारत के रहने वाले साडी जनता साथ चलो//
मेरे भारत की यही बिडम्बना धुप छाव जो सआती है/
हम उस देश के वाशी है जिस देश में गंगा बहती है//
जहर समझ परसाद न लेते शरमाते है सिन्नी से//
हिन्दुस्तानी हो करके शरमाते है हिन्दी से /

Comments

  1. मित्र, मुझे पहली लाइन में गलती लग रही है!

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  2. amit ji ye hamari likhi kavita hai, agar aap ko kahi galati lag rahi hai, to aap hame bataye 1.hidustani hokarke sharmate hai hindi se,,,,ye line hai, agar aap ko kahi asudh shavdo ka samavesh lag raha ho, to aap pls tell me..

    ReplyDelete

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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