नारद जी भगवन के आज्ञा अनुसार ....पृथ्वी लोक से सारी जानकारी लेकर पहुंचते है ॥
विष्णु -- देवर्षि! क्या ख़बर लायें हैं आप ? क्या समय उपयुक्त है ...सुना है विश्व में पातळ लोक का काफी वर्चस्व है ...क्या सचमुच ....?
"नारायण नारायण ! प्रभु आप तो सर्वज्ञ हैं.... भला अमेरिका में अवतरित होने से जगत का क्या कल्याण होगा .....सोचिये प्रभो.... वहां औसतन विवाह बंधन २ महीने में टूट जातें हैं .... गर ऐसा हुआ तो आपकी लीला का क्या होगा ...पिताभक्ति और मत्रभक्ति का कौन सा अध्याय रच पाएंगे आप !वैसे भी वहां के जीवन मूल्य अर्थ प्रधान हैं ॥ फ़िर तो आपको विश्व भर में अपनी पहचान बनने के लिए कोई बड़ी इंडस्ट्री लगानी होगी । मार्केट बड़ा भूलभुलैया वाली डगर है ..... हाँ अगर किसी बड़े उधोगपति के यहाँ अवतार हो तो बात बन जायेगी ।
"तो देवर्षि यूरोप महाद्वीप में किसी देश में ... मुझे जल्द से जल्द , ये निश्चय कर लेना है ......कलियुग में ६ अवतार का टारगेट मिला है .... आप समझ सकते हैं न... आजकल पड़ पर बने रहने के लिए कितना जोड़-तोड़ करना पड़ता है .....
प्रभो ! क्षमा चाहता हूँ...... परन्तु यूरोप का सर्वाधिक लोकप्रिय देश इंग्लैंड है.......
हाँ हाँ ॥यह ठीक रहेगा ...देवर्षि यथाशीघ्र मेरे अवतार लेने की प्रेस रीलिज़ तैयार कर दें। "स्वर्गलोक टी वी" से लेकर "आसुर आज तक " सभी पर ये ब्रेकिंग न्यूज़ होना चाहिए ......
परन्तु प्रभो ॥वहां तो ४० % महिलाओं के विवाहोत्तर अवैध सम्बन्ध होते हैं ॥और तो और ७९% कन्याएं शादी के पूर्व हीं &&&&&&&& प्रभो! आपके माता के रूप में , ऐसी माता पूजनीय और आदर्श कैसे हो सकती है ....कुछ भी हो देवर्षि ! मुझे बचे हुए संभावनाओ के भरोसे छोड़ दें ....परन्तु प्रभु ! आपको ये शायद नही पता की वहां ३३% बच्चे अपने पिता को लेकर अस्वस्त नही हैं......
नारद ... आप मुझे कोई भी उपयुक्त स्थान बताएं........ क्या ....सचमुच मेरा अवतार लेना कठिन है ॥?
Labels: विष्णु- नारद- वाक् विलास
विष्णु -- देवर्षि! क्या ख़बर लायें हैं आप ? क्या समय उपयुक्त है ...सुना है विश्व में पातळ लोक का काफी वर्चस्व है ...क्या सचमुच ....?
"नारायण नारायण ! प्रभु आप तो सर्वज्ञ हैं.... भला अमेरिका में अवतरित होने से जगत का क्या कल्याण होगा .....सोचिये प्रभो.... वहां औसतन विवाह बंधन २ महीने में टूट जातें हैं .... गर ऐसा हुआ तो आपकी लीला का क्या होगा ...पिताभक्ति और मत्रभक्ति का कौन सा अध्याय रच पाएंगे आप !वैसे भी वहां के जीवन मूल्य अर्थ प्रधान हैं ॥ फ़िर तो आपको विश्व भर में अपनी पहचान बनने के लिए कोई बड़ी इंडस्ट्री लगानी होगी । मार्केट बड़ा भूलभुलैया वाली डगर है ..... हाँ अगर किसी बड़े उधोगपति के यहाँ अवतार हो तो बात बन जायेगी ।
"तो देवर्षि यूरोप महाद्वीप में किसी देश में ... मुझे जल्द से जल्द , ये निश्चय कर लेना है ......कलियुग में ६ अवतार का टारगेट मिला है .... आप समझ सकते हैं न... आजकल पड़ पर बने रहने के लिए कितना जोड़-तोड़ करना पड़ता है .....
प्रभो ! क्षमा चाहता हूँ...... परन्तु यूरोप का सर्वाधिक लोकप्रिय देश इंग्लैंड है.......
हाँ हाँ ॥यह ठीक रहेगा ...देवर्षि यथाशीघ्र मेरे अवतार लेने की प्रेस रीलिज़ तैयार कर दें। "स्वर्गलोक टी वी" से लेकर "आसुर आज तक " सभी पर ये ब्रेकिंग न्यूज़ होना चाहिए ......
परन्तु प्रभो ॥वहां तो ४० % महिलाओं के विवाहोत्तर अवैध सम्बन्ध होते हैं ॥और तो और ७९% कन्याएं शादी के पूर्व हीं &&&&&&&& प्रभो! आपके माता के रूप में , ऐसी माता पूजनीय और आदर्श कैसे हो सकती है ....कुछ भी हो देवर्षि ! मुझे बचे हुए संभावनाओ के भरोसे छोड़ दें ....परन्तु प्रभु ! आपको ये शायद नही पता की वहां ३३% बच्चे अपने पिता को लेकर अस्वस्त नही हैं......
नारद ... आप मुझे कोई भी उपयुक्त स्थान बताएं........ क्या ....सचमुच मेरा अवतार लेना कठिन है ॥?
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sach ........badi bhayavah sthiti hai.
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