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अमर उजाला को पोस्ट छापने हेतु धन्यवाद !

समाचार पत्र खुद अपनी ओर से आपके लेखन को नोटिस करें और प्रकाशित करने लगें तो निश्चय ही अच्छा लगता है। पिछले सप्ताह ही मेरे एक मित्र ने मुझे बधाई दी कि दैनिक अमर उजाला ने मेरे ब्लॉग पर प्रकाशित पोस्ट को जस-का-तस प्रकाशित कर दिया है। मैने तारीख जाननी चाही तो वह बोला - लगभग दस दिन पहले! मैं एक पब्लिक लायब्रेरी में गया जिसमें मैं पहले कभी नहीं गया था, बेतरतीब ढंग से पड़े अखवारों के ढेर में से अमर उजाला ढूंढे। जब खोज अन्ततः सफल हुई तो वहां व्यवस्थापक महोदय से प्रार्थना की कि उस पृष्ठ को ले जाने की अनुमति दें। उन्होंने कारण पूछा तो उस पृष्ठ पर प्रकाशित अपनी पोस्ट उनको दिखाई। पूरा आलेख पढ़ने के बाद उन्होंने बधाई दी और अखवार ले जाने की सहर्ष अनुमति दे दी!

 

Sushant K. Singhal

website : www.sushantsinghal.com

Blog :   www.sushantsinghal.blogspot.com

email :  singhal.sushant@gmail.com

 

Comments

  1. सिंघल जी,

    सबसे पहले आपके पोस्ट को अमर उजाला में प्रकाशित होने पर बहुत बहुत बधाई ! मैंने आपका यह लेख उसी दिन पढ़ा था, लेकिन तब मुझे नहीं पता था कि यह आपका ही है | मैंने अख़बार में सर्वप्रथम ब्लॉग कोना ही पढता हूँ|

    वैसे मेरे भाई (समीउद्दीन नीलू) भी अमर उजाला में लखीमपुर खीरी से पत्रकार हैं और डी पी मिश्रा (पलिया-वन्य जीव हेतु), और संजय त्रिपाठी जी अमर उजाला लखनऊ से क्राईम रिपोर्टर है से मेरे मधुर सम्बन्ध हैं |

    बहुत बहुत बधाई !!!

    सलीम खान
    संरक्षक, स्वच्छ सन्देश
    लखनऊ व पीलीभीत, उत्तर प्रदेश

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  2. सुशांत जी अच्छा लगा की आपकी आवाज़ जायदा से जायदा लोगों तक पहुँच रही है
    बहुत बढ़िया

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  3. देखकर अच्छा लगा की आपका लेखन ब्लॉग के बाहर भी लोगों को जानकारी दे पा रहा है

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  4. Thanks to all of you. I have been writing off and on since my school days and was contributing in various papers - Amar Ujala, Jagaran, Navbharat Times, Indian Express, Rashtriy Sahara, Dharmyug, Saptahik Hindustan etc. For the last few years, I stopped sending anything to newspapers. Now I like to write for this new medium. It gives me freedom of format, freedom from rejection, gives me instant results and unlimited space, has earned me lots of friends and co-bloggers. It gives me a lot of choice. Here I can keep pace with the fast changing scenario of the world. I feel I belong to this place. Thank you, thanks to all of you for offering so much to me.

    Sushant Singhal
    www.sushantsinghal.blogspot.com

    ReplyDelete
  5. apko meri taraf se bhi bahut bahut mubarak.

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  6. sushant ji,amar ujala ka blog kona main bahut kam padhta hoon magar aaj pehli baar es blog par aaya to pata chala ki ye aapne likha tha jo maine sanyogvash akhbaar mein he padha tha.......aapko badhai..

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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