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हां दोस्त हर मुस्लिम ही आतंकवादी और धोखेबाज होता है

आज हिन्दुस्तान जिन हालातों से गुजार रहा है उसके लिए मुस्लिम ही जिम्मेदार है मैं एक भारतीय हूँ और उसके आधार पर मैंने यहाँ जो देखा जो अनुभव किया,उसके आधार पर कह सकता हूँ की हर मुस्लिम धोखेबाज और आतंकवादी ही होता है !चाहे बह मुस्लिम भारत मे ही क्यों रहता हो उसका मंसूबा भारत को नुक्सान पहुँचाना ही रहा है !इतिहास गवाह है की जब जब हिन्दुस्तान मे खून बहा है उसके पीछे ''अलाह के बन्दे ''ही रहे है !यह महज एक इत्फ़ाक़ नहीं हो सकता दोस्त !आप चाहे कुरान की जितनी भी बातें बताएँ,वो यह सिद्ध नहीं कर सकती की आपकी कोम पाक है !नापाकी का जो दाग आप लोगों पर लगा है,बह इस्लाम के जिंदा रहने के आखिरी बिंदु तक जीवित रहेगा !मैंने आपको काफी पड़ा कुछ अच्छा लगा कुछ अच्छा नहीं लगा लेकिन आज आपने मुझे यहाँ लिखने के लिए मजबूर कर दिया ! मैं आपको बात दूं की प्रशांत जी नफरत नहीं फैला रहे है बल्कि सच कहने की हिम्मत कर रहे है,आप उनपर इस तरह का प्रहार करके सच को दवाना चाह रहे है जो मुमकिन नहीं है ! आगे पढ़ें के आगे यहाँ

Comments

  1. अम्बरीश जी आपकी बातों से लगता है की आपने स्वतंत्रता संग्राम को बुला दिया उसमे भी कई मुस्लिम शामिल थे !
    आपको अपनी मानसिकता जरा बदलनी होगी !!
    जय हिन्दुस्तान-जय यंगिस्तान

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  2. No comments!
    Just an advise.

    Please read the Vedas, Puranas and Quran before saying a single word or writing a single post.

    If you will do this, Here I'm saying....I will agree, surely I will agree with your opinion, 100%.

    Will you!!!???????

    Saleem Khan
    Swachchh Sandesh: Hindostan Ki Aawaaz
    Lucknow and Pilibhit, Uttar Pradesh

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  3. हर मुस्लिम आतंकवादी नहीं होता यह आपकी औछी सोच है
    कुछ अच्छा सोचिये नाफत न फैलाइए

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  4. आप हिम्मत न हारें हम इन्हें बताकर रहेंगे की हम आतंकवादी या धोखेबाज नहीं है

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  5. गलत लिखा है बहुत गलत लिखा है

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  6. are bhai sanjay yar tumne to hindustan ke dard ko bhi samradyik aur tushtikaran me laga diya . yar hindustan ka dard kewal musalmano ka nahi ham bharatwasiyo ka hai par tere blog ka istemal to islam prachar me ho raha hai . are bewkuf samhal kyunki log ub chuike hain is jhasmele se ............... kahin aisa na ho .....

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  7. saleem I read kuran
    निशचय ही तुम अैर वह जिसे तुम अल्लाह के सिवा पूजते हेा जहन्नम का इध्ान हेा (21:98, पृ.585)
    read this

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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