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विद्यासागर जी के दर्शन हुए,आप लोग भी आमंत्रित है

आज का दिन मेरे लिया ख़ास था,क्योंकि आज ''विद्यासागर जी महाराज'' का सागर आगमन होना था,जैसे ही सुबह हुआ मैं सड़क पर आ गया इनकी आगवानी करने के लिए!हम लोगों ने कई दिन पहले से इनके स्वागत की तैयारी कर रखी थी,जिसे दुनिया प्यार करती है आज उनके दर्शन पाकर मजा धन्य हो गया !

आप लोगों को सूचना मध्यप्रदेश के सागर जिले में २ मई से पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव प्रारंभ हो रहा है जिसे सभी जैन धर्मप्रेमी आमत्रित है !
श्री विद्यासागर जी महाराज का इंतज़ार करता हमारा समूह,जरा गौर से देखिये मैं भी हूँ यार आपका [संजय सेन सागर]!

और हो गया उनका आगमन जिनसे दुनिया को प्यार है ''श्री विद्यासागर जी महाराज''..साथ में है जन सैलाब और भीड़ को काबू में करती हमारी जाबाज़ पुलिस

भीड़ बढती गयी स्तिथि गंभीर बनती गयी,मैं तो भीड़ में खो गया ही गया था डाय फूड्स बांटते-बांटते !


और हो भीड़ बढती ही जा रही थी पुलिस को खूब दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था पर सब चलता है

सागर नगरी पवन हो गयी,हर एक पल खूबसूरत था यह जनता अब साथ नहीं छोडेगी क्योंकि महारज २ महीने सागर में ही रहेंगे !

हमारे छायाचित्रकार प्रवीण जी अपना काम ख़त्म करके बापिस जाते हुए..काम अभी बांकी है मेरे दोस्त क्योंकि सागर का गजरथ महोत्सव अभी बांकी है
दोस्तों फोटो तो बहुत है पर समय कम इसलिए अपनी ख़ुशी आप लोगों से बांटने के लिए यह काफी है! तो आज का दिन जिंदगी का ख़ास दिन बन गया !
इसी के साथ आप लोगों के लिए एक बार प्राथना करता हूँ की आप लोगों को ख़ुशी और आपका मुकाम मिले !

संजय सेन सागर
जय हिन्दुस्तान-जय यंगिस्तान

आगे पढ़ें के आगे यहाँ

Comments

  1. सच कहा संजय जी आप तो धन्य हो गए
    अगर मौका मिला तो हम भी धन्य होने सागर आयेंगे

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  2. निश्चित रूप से आपको आशीर्वाद मिल गया है
    बहुत अच्छा काम किया आपने
    बाबा जी ने चाह तो हम भी सामिल होंगे

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  3. खैर मेरी भी यह मंशा पहले ही पूरी हो चुकी है
    आपकी भी हुई मुझे ख़ुशी हुई

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  4. जैन आचार्य श्री विधासागर जी का आपके शहर सागर मे बडा ही भव्य प्रवेश हुआ ऐसा आपके ब्लोग के फोटुओ को देख लग रहा है। देखो सजयजी यह कितना खुबसुरत पल है जब एक महान जैन आचार्य का जिनके नाम के पिछे सागर और आपका शहर सागर, का आगमन हुआ है। आचार्य विधासागरजी बडे ही महान सन्त है आपके शहर वाले जितना ज्ञान ध्यान प्राप्त करे इसके लिऐ आप सभी सम्प्रदायो को प्रेरित करे। और मै चाहता हु आप जरुर उनके व्यख्यानो मै जाऐ एवम नजदीक से गुरु शिष्य के रिस्ते को कायम करे, आपको एवम आपके शहर सागर को इस भव्य मोके को छोडना नही है। आप आचार्य श्री विधासागर जी को मेरा वन्दन अर्ज करे, एवम समस्त जैन सघ सन्तवर के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है।
    नमस्कार


    HEY PRABHU YEH TERA PATH

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  5. आपकी धार्मिक आस्था को देख मै नतमस्तक हुई

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  6. संजय जी आपका आँखों देखा विवरण से ऐसा लगा जैसे
    हम भी वहा है ....

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  7. बहुत अच्छा आपकी तारीफ करनी ही होगी
    आपने बहुत अच्छा किया
    और यह भी पता चल गया की आप धर्मों की सीमाओं को नहीं मानते

    ReplyDelete
  8. बहुत खूब संजय जी

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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