Skip to main content

जिसका डर था वही हुआ



दोपहर में मेरी ख़बर वरुण पर रशुका लगने को तैयार है

और बही हुआ जिसका डर था
रासुका खाली एक या दो केश पर नही लगाई जाती इसके लिए अह्चा क्राइम रेकोउर्द होना चाहिए

इसके लिए राज्यपाल कि अनुमति मिलनी चहिये और सरकार का समर्थन
३६५ दिन या एक साल तक जेल में रहने का नियम

लगने के २४ /४८ गनते में लाखानाओ की अदालत में आना होगा
मतलब अब
मिडिया ख़बर और

हाँ एक अपराध हुआ था चुनाव कमिश्नर से और भाजपा ने मुद्दा बनाया था
और रस्पती को पॉवर है सभी कानून माफ़ करने का तो उनकी और से माफी मिल गयी

अब खामियाजा बीजेपी से होगा

पर ये नही सही हुआ
कि बरुन पर जब वो गिरफ्तारी के लिए अदालत गया तो
उस पर कई धारा लगा दी और रासुका भी जिसमे ३०७ की धारा भी है जो कि जान से मरने का अपराध है और वक्ती का बच जाना है

तो सवाल ये है कि बरुन ने किया क्या


कल के व्यान हो सकते है
कि वरुण को रशुका और संसद के आरोपी को मदद
प्रज्ञा पर मकोका और पाक के कसब पर ........
और भी बातें आयेंगी
पर बात है कि
अगर कल द्नागे होंगे तो
उसमे हुयी मौत का जिमेबार कौन होगा

क्या डीएम क्या राजपाल
या कोई सरकार इसकी जिमेदारी कुन लेगा

या जेल में बंद वरुण

सोचे और बताये
अगर ये आप को ये राय मानशिक उल्जन कर रही हा तो आप
सागर जी को या मुझे बताये और कहे कि इसे हटा दिया जाए
धन्यबाद


Comments

  1. ye to kanuni drishti aur manawadhikaro ki drishti se bilkul galat hai ..............
    bhai jiske ghar 47 milta hai wo maje me hain . jisne sansad par hamla kiya wo maje me roti tod raha hai .
    gilani ko adalat doshi manne ke wabjood sabut ke abhaw me bari kar deti hai ...
    wah re nyay ......... aur samanta ......wah
    are batla house ka aatankiyon ke samarthan me human rights ke nare ................!
    simi ke samarthan me mulam -amar -ramwilas lekin kisi ko dukh nahi !

    ReplyDelete
  2. he anonyous aap ko namskaar

    dard hai kiske liye jab jante hai !
    ek sawaal kya kaha tha VARUN ne us speech me


    (media ke adhar par) agar koi haath kisi hindu par udta hai to main geeta ki haath rakh kar kahta hun ki us haath to VARUN kaat dega
    chahe wo haath XXXXXXXXXXX ka ho
    chahe wo haath XXXXXXXXXXXX ka ho
    ya ..................

    yahee sab ( news : Zee news badee baat 30-03-09 raat ko 10 baje )
    sadhnybaad

    ReplyDelete

Post a Comment

आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

Popular posts from this blog

डॉ.प्रभुनाथ सिंह भोजपुरी के अनन्य वक्ता थे -केदारनाथ सिंह

डॉ.प्रभुनाथ सिंह के स्वर्गवास का समाचार मुझे अभी चार घंटा पहले प्रख्यात कवि डॉ.केदारनाथ सिंह से मिला। वे हावड़ा में अपनी बहन के यहां आये हुए हैं। उन्हीं से जाना भोजपुरी में उनके अनन्य योगदान के सम्बंध में। गत बीस सालों से वे अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन नाम की संस्था चला रहे थे जिसके अधिवेशन में भोजपुरी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव पारित हुआ था तथा उसी की पहल पर यह प्रस्ताव संसद में रखा गया और उस पर सहमति भी बन गयी है तथा सिद्धांत रूप में इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया है। केदार जी ने बताया कि डॉ.प्रभुनाथ सिंह का भोजपुरी में निबंध संग्रह प्रकाशित हुआ है और कविताएं भी उन्होंने लिखी हैं हालांकि उनका संग्रह नहीं आया है। कुछ कविताएं अच्छी हैं। केदार जी के अनुसार भोजपुरी के प्रति ऐसा समर्पित व्यक्ति और भोजपुरी के एक बड़े वक्ता थे। संभवतः अपने समय के भोजपुरी के सबसे बड़े वक्ता थे। बिहार में महाविद्यालयों को अंगीकृत कालेज की मान्यता दी गयी तो उसमें डॉ.प्रभुनाथ सिंह की बड़ी भूमिका थी। वे उस समय बिहार सरकार में वित्तमंत्री थे। मृत्यु के एक घंटे पहले ही उनसे फोन से बातें हुई ...

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा