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एक अच्छा ब्लॉगर बनाने की दवा ईजाद,देश व विदेशों में मची धूम!!

दोस्तों और मेरे आदरणीयों आप लोग तो जानते ही है हम हमेशा कुछ अच्छा करने की फिराक में रहे है हालाँकि ऐसा हुआ नहीं! पर कोशिश एक बार फिर हाजिर है तो आज हम आपको बता रहे है की एक अच्छा ब्लॉग बनाने के लिए क्या क्या होना जरुरी है॥आप आपके एक अच्छे ब्लॉगर बनने की ''दवा'' ! हम दावा करते है की अगर आप इस दवा का नियमित उपयोग करते है तो आपका सक्रियता क्रमांक १ हो जायेगा! और आप नंबर १ ब्लॉगर बन जायेंगे! एक अच्छा ब्लॉग बनाने में सबसे अधिक योगदान होता है पोस्ट का तो पोस्ट लिखते समय पोस्ट में निम्नलिखित सामग्री का होना बहुत जरुरी है !


१.सच्चाई के फूल -५ ग्राम
२.सब्दों की मिठास
३.ईमानदारी के पत्ते -३ तोला
४.परोपकार की जड़
५.मिलान्सार्ता के आंवले -५०० ग्राम
६.सत्संग का पानी - आवश्यकतानुसार
७.संगठन का दूध -२ लीटर
8.शांतिप्रियता की छाल-5 tola
9. उदारता का अर्क -२ माशा
१०। स्वदेशप्रेम का रस-आधा लीटर !



बनाने की बिधि-


इन सभी दवाओं का अच्छी तरह से मिश्रण करके परमात्मा के तपेले में भक्ति का शुद्ध घी डालकर प्रेम के चूल्हे पर रखकर ध्यान की अग्नि जलाये ,
अच्छी तरह बन जाने पर नीचे उतार लें और ठंडा होने देन ! फिर शुद्ध व् पवित्र मन के कपड़े से छानकर दिमाग की शीशी भर ले और अब पोस्ट लिखे...!!!
अब आप निश्चित ही अच्छी पोस्ट लिख सकेंगे!



परहेज -


क्रोध के शब्द , अंहकार का तेल ,लोभ या लालच के पापड़ ,
क्रोध का नमक व् दुराचार का अचार से अवस्य बचे क्योंकि इनमे से एक का भी सेवन करने पर यह दवा कदापि असर नहीं करेगी!!आगे पढ़ें के आगे यहाँ

Comments

  1. भई वाह, बरसों से पड़ी यह चीज़ें अलमारी में धूल खा रही थीं, आज साफ़ करके धो-धाके अभिमंत्रित कर लीं हैं, याद दिलाने का शुक्रिया!

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  2. संजय जी बिल्कुल पड़ा होगा यह हमारे धर्म का मूल्तंत्र है मैंने इशे ब्लॉग के लिए इस्तेमाल किया है

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  3. bahut bahut shukria ye nuskha batane ke liye koi aur nayee dava haath lagee to jaroor btaaeyega

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  4. bahut hi mahngi dawa hai bhai . ......is uttar kalyug mein dawa ki samagri milna behad kathin hai .......haan ek baat parhej to bilkul hi namumkin haI .......................

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  5. संजय सेन सागर

    अच्छे चीजे बार बार पढने मे लिखने मे हर्ज नही । भाई अब इसका मुल्याकन कोन करेगा की हममे यह सभी गुण मोजुद है या नही?

    अच्छी बात के लिये आपका अभिवादन और प्यार।

    सजयजी एक बात आपसे साझा करना चाहता हु आवश्यक लगे तो लागु करे।

    हिन्दुस्थान का दर्द सामुहिक चिठाकारो द्वारा लिखा जाता है, एक पोस्ट प्रसारित होती है ठीक कुछ ही क्षणो मे दुसरी ईससे पाठको को असुविधा होती है कमेण्ट करने मे अथवा लेखक का मुल्याकन नही हो पाता है ब्लोग जगत मे अथवा ऐसी व्यवस्था बैठाई जाये कि कोई भी पोस्ट को ४८ घण्टा तक का समय मिले ब्लोग के मुख्य पृष्ट पर, जिससे लेखक और ब्लोग का मुल्याकन करने मे पाठको को असुविधा न हो। लेखको को भी नैतिक आधार पर पोस्ट प्रसारित करते समय पिछली पोस्ट के प्रकाशन के समय का ध्यान रखना चाहिये।

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  6. आपने कहा मैं भी कई दिन से इसी दुबिधा में हूँ की ऐसा क्या किया जाए ~~
    अब देखिये बहुत जल्द एक नया पेज इससे जुड़ जाएगा ~~ जो इसी का एक भाग होगा जिस पर कुछ ख़ास पोस्ट सहेजकर रख सकेंगे

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  7. संजय भाई
    पढ़ कर बहुत अच्छा लगा। बहुत बहुत धन्यवाद।

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  8. यदि आपको उचित लगे तो - आगे पढ़ें > लिख कर लंबी पोस्ट को मुख्य पृष्ठ से दूसरे पन्ने पर रि-डायरेक्ट कर दिया जाये । वैसे कुछ कुछ यही कार्य आप blog archive के माध्यम से कर भी रहे हैं ।

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  9. संजय जी तो अब मेरा अच्छा ब्लॉगर बनना तय हो गया है !!
    बहुत अच्छा लेख लिखा है आपने!!
    हम ब्लागरों का कितना ख्याल रखते है आप !!
    शुक्रिया

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  10. सच बिंदास लिखा है !!
    बहुत बढ़िया !

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  11. संजय जी यह अपने बस की बात नहीं है हमे नहीं बनाना अच्छा ब्लॉगर !!
    पर दवा बताने के लिए शुक्रिया!!

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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