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क्यूँ हो गर्व बिहारी होने पर ?
* बिहारी होने पर अभिमान करने के अनगिनत कारक हमारे अतीत और वर्तमान से जुड़े हैं । उनका क्षेत्र इतना व्यापक है कि उसे पन्नो में अटा पाना नामुमकिन है, फ़िर भी अपनी यादाश्त और क्षमता के अनुरूप कुछ बातें जो हमारे गर्व करने योग्य हैं ::-
=- संस्कृति , धर्म और अध्यात्म का केन्द्र रहा है बिहार :-
*भगवान बुद्ध की तपोभूमि *जैन धर्म का कर्मस्थल *जनकसुता माँ सीता की जन्मस्थली *मोक्ष प्राप्ति का तीर्थ गया *विश्व का सबसे बड़ा और प्राचीन योग केन्द्र मुंगेर योगाश्रम *समुद्र मंथन का गवाह बौंसी का मंदार पर्वत *कट्टर मुस्लिम शासक औरंगजेब द्वारा औरंगाबाद में निर्मित सूर्य मन्दिर *....................
=- कला और शिक्षा जगत में बिहार :-
*विश्व विख्यात विश्वविद्यालय नालंदा और विक्रमशिला *दुनिया को सर्वप्रथम अर्थ शास्त्र का ज्ञान देने वाले चाणक्य अथवा कौटिल्य की कर्मभूमि *शंकराचार्य को पराजित करने वाली विदुषी भारती *मंडन मिश्र और कालिदास जैसे प्रकांड संस्कृत विद्वान *महान गणितज्ञ आर्यभट्ट * फादर कामिल बुल्के की कर्मभूमि(हजारीबाग) *हिन्दी के प्रथम कवि सरहपा (भागलपुर) *संसार के जाने -माने शिल्पकार नन्दलाल बासु (ह० खड़गपुर ) *अतिरिक्त ज्ञान के धनी गोनू ओझा *साहित्य की तिकडी के स्तम्भ पुरूष बाबा नागार्जुन *नोबेल विजेता पर्यावरणविद आर ० के० पचौरी का अध्यन स्थल * आंचलिक कथाकार फणीश्वर नाथ रेनू(पूर्णिया) * प्रसिद्द उपन्यास देवदास के लेखक शरतचंद्र (भागलपुर) *राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर (सिमरिया घाट ) * श्री हरिवंश राय बच्चन के शिक्षक श्री अमरनाथ झा *समकालीन गणित के अद्भुत विद्वान श्री वशिष्ठ नारायण सिंह * आधुनिक कहानी जगत में उभरता नाम राजकमल चौधरी * प्रसिद्द सिने कलाकार अशोक कुमार (भागलपुर) * फ़िल्म निर्देशक प्रकाश झा * फ़िल्म निर्देशक तपन घोष *अभिनेता मनोज वाजपेई * छोटे परदे के शहंशाह शेखर सुमन *निर्देशक इक़बाल दुरानी (बौंसी) * निर्देशक संजय झा (सुल्तानगंज) * हिन्दी गानों के जादूगर उदित नारायण *.............................................
=- आजादी के योद्धा :-
*बाबु वीर कुंवर सिंह *बिरसा मुंडा * सिद्धो- कान्हू *तिलकामांझी *बटुकेश्वर दत्त ........................................
=- सत्ता और राजनीति में बिहार :-
*संसार का सबसे पुराना गणतंत्र वैशाली * मौर्य शासनकाल में भारतवर्ष का लहराता परचम * आधुनिक भारत की राजनीति का केन्द्र *गाँधी के सत्याग्रह की जन्म स्थली चंपारण * देश के पहले राष्ट्रपति डाक्टर राजेंद्र प्रसाद *छात्र आन्दोलन को व्यवस्था परिवर्तन का हथियार बताने वाले लोकनायक जय प्रकाश नारायण * भारतीय राजनीति की नईपरिभाषा गढ़ , १५ सालो तक शासन चलाने वाले लालू प्रसाद यादव *......................

Comments

  1. जयराम जी बहुत अच्छा लेख !!!
    सहयोग की के लिए एक बार फिर शुक्रिया!!
    आगे भी आप इसी तरह से सहयोग करते रहेंगे !!यही आशा है !

    ReplyDelete

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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डॉ.प्रभुनाथ सिंह भोजपुरी के अनन्य वक्ता थे -केदारनाथ सिंह

डॉ.प्रभुनाथ सिंह के स्वर्गवास का समाचार मुझे अभी चार घंटा पहले प्रख्यात कवि डॉ.केदारनाथ सिंह से मिला। वे हावड़ा में अपनी बहन के यहां आये हुए हैं। उन्हीं से जाना भोजपुरी में उनके अनन्य योगदान के सम्बंध में। गत बीस सालों से वे अखिल भारतीय भोजपुरी सम्मेलन नाम की संस्था चला रहे थे जिसके अधिवेशन में भोजपुरी को 8वीं अनुसूची में शामिल करने का प्रस्ताव पारित हुआ था तथा उसी की पहल पर यह प्रस्ताव संसद में रखा गया और उस पर सहमति भी बन गयी है तथा सिद्धांत रूप में इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया है। केदार जी ने बताया कि डॉ.प्रभुनाथ सिंह का भोजपुरी में निबंध संग्रह प्रकाशित हुआ है और कविताएं भी उन्होंने लिखी हैं हालांकि उनका संग्रह नहीं आया है। कुछ कविताएं अच्छी हैं। केदार जी के अनुसार भोजपुरी के प्रति ऐसा समर्पित व्यक्ति और भोजपुरी के एक बड़े वक्ता थे। संभवतः अपने समय के भोजपुरी के सबसे बड़े वक्ता थे। बिहार में महाविद्यालयों को अंगीकृत कालेज की मान्यता दी गयी तो उसमें डॉ.प्रभुनाथ सिंह की बड़ी भूमिका थी। वे उस समय बिहार सरकार में वित्तमंत्री थे। मृत्यु के एक घंटे पहले ही उनसे फोन से बातें हुई ...

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा