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यूपी के मदरसों में नहीं पढ़ेंगे लड़का-लड़की एक साथ

सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब लड़के-लड़कियां साथ में नहीं पढ़ सकेंगे। यूपी मदरसा बोर्ड ने को-एजुकेशन पर पाबंदी लगाने का ऐलान किया है। बोर्ड के फरमान के मुताबिक बालिग छात्र और छात्राओं को अब अलग-अलग मदरसों में पढ़ना होगा और जो मदरसे इस नियम को नहीं मानेंगे उनकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। जूनियर हाई स्कूल के बाद छात्र और छात्राओं को अलग-अलग मदरसों में पढ़ना होगा।

यूपी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन हाजी रिजवानुर हक का कहना है कि हमने सभी को ताकीद कर दी है कि जिस मदरसे को लड़कों की मान्यता मिली है वहां लड़के और जहां पर लड़कियों की मान्यता है वहां सिर्फ लड़कियां ही पढ़ेंगी।


मदरसों में को-एजुकेशन पर पाबंदी के लिए मदरसा बोर्ड ने मजहबी कानून की दुहाई दी है। उसका तर्क है कि इस्लाम में महिलाओं को नेत्रहीन मर्दों से भी पर्दा करने का हुक्म है। ऐसे में बालिग लड़के-लड़कियों को मदरसों में एक साथ पढ़ाना सरासर गलत है।


हक ने कहा कि हमारे यहां नाबीनों से भी पर्दा करने को कहा गया है, जूनियर हाईस्कूल तक तो बच्चे बालिग नहीं होते हैं लेकिन हाईस्कूल और इंटरमीडिएट तक के बच्चे तो बालिग होते ही हैं।

वहीं यूपी मदरसा बोर्ड के इस नए फरमान पर मुस्लिम समुदाय में लोगों की अलग-अलग राय है। हालांकि कई मुस्लिम धर्मगुरुओं को लगता है कि समाज में शिक्षा के अभाव को देखते हुए ये फैसला ठीक नहीं।


सुन्नी धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि मुसलमानों में वैसे भी शिक्षा का अभाव है। तमाम बड़े विश्वविद्यालयों में लड़के-लड़कियां साथ ही पढ़ते हैं। ऐसे में इस तरह के फरमान कतई बेहतर नहीं कहे जा सकते हैं।


मदरसों में को-एजुकेशन पर पाबंदी से ज्यादातर बच्चों के मां-बाप खामोश हैं। लेकिन कई जगह से मुखालफत के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। वहीं दूसरी तरफ सभी मदरसे बोर्ड के इस आदेश मानने को मजबूर हैं। ताकि अपनी मान्यता रद्द होने से बचा सकें।

Comments

  1. बेहद सटीक लेखन किया सोनिया जी आपने!!
    बहुत उम्दा विषय ,बहुत अच्छी सैली !!
    सहयोग के लिए शुक्रिया!!

    ReplyDelete
  2. एक विधार्थी रात दिन कड़ी मेहनत कर शिक्षण-प्रसिक्षण क दिशाओं में,अपनी प्र्तिबा का परिचय देता है !उसकी बुद्धि-विवेक ,ज्ञान बिज्ञान से राष्ट्र को नयी दिशा मिलती है ! दूसरी और स्कूल कालेज में 'लिख लोढा-पढ़ पत्थर ''जैसे युवा खेल में मैदान में अपनी कामयाबी हासिल करते है !खेल-

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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