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युवाओं के उपयोग में भारत फिसड्डी

हिन्दुस्तान के पास दुनिया में सबसे जायदा युवा है, या यूँ कहे की हिन्दुस्तान दुनिया का सबसे युवा देश है तो कुछ गलत न होगा! परन्तु मुद्दा यहाँ सबसे अधिक या
पूजा मिश्र-जबलपुर में एल.एल.बी.अंतिम बर्ष की छात्रा है उन्हें कविता और लेख लिखना पसंद है इन्होने यह लेख ''हिन्दुस्तान का दर्द'' के लिए लिखा है
सबसे कम युवाओं का नहीं है बल्कि महत्वपूर्ण यह है की हम उस युवा शक्ति का उपयोग किस दिशा में कर रहे है और कितना कर रहे है एवं उस युवा शक्ति से हम देश को कितना सुद्र्ण बना पा रहे है !अमेरिका की बात की जाए तो अमरिका अपने युवा का सबसे अधिक उपयोग तकनीकी फील्ड में कर रहा है ,जबकि पकिस्तान अपने युवाओं का उपयोग एक मजबूत सेना बनाने में कर रहा है !
अमेरिका और पकिस्तान की अपेक्षा हिन्दुस्तान के पास युवा शक्ति जरुर अधिक है लेकिन उसका उपयोग देश न तो तकनीकी फील्ड में कर पा रहा है न किसी अन्य दिशा में!भारत को आवश्यकता है की बह अपनी युवा शक्ति का जायज रूप से उपयोग करे न की सिर्फ उनका उपयोग राजनीतिक रैलियों की लम्बाई बढाने मे करता रहे यदि हिन्दुस्तान अपनी युवा शक्ति का उचित और जल्द उपयोग करता है तो भारत के मुकाबले दुनिया के सभी देश पीछे रह जायेंगे!लेकिन यह राह आसान नहीं है क्योंकि भारत एक राजनीतिक देश है और यहाँ के राजनेता कभी नहीं चाहेंगे की उनकी शक्ति कम हो अर्थात युवा शक्ति उनकी रैलियों से गायब हो,इसलिए ये उपलब्धि भी हिन्दुस्तान के लिए एक निष्क्रिय इतफाक बन गया है !

Comments

  1. बहुत खूबसूरत और प्यारी रचना है
    इसी तरह लिखते रहिये !

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  2. पूजा जी बहुत अच्छी बात कही आपने..आपका लेख बिलकुल सत्य पर आधारित है
    आपने हमारे लिए आपका अमूल्य समय निकला बहुत बहुत शुक्रिया!
    हम आगे भी आपसे इसी तरह के सहयोग की आशा रखते है !!!

    ReplyDelete
  3. बहुत खूब ...पूजा
    छोटी उम्र मे ये सोच सच मे काबिले तारीफ है

    ReplyDelete
  4. बहुत सुंदर रचना है !!
    काफी प्रभावित किया है,आप इसी तरह लिखते रहिये!!

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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