अगर आप बात-बात में भावुक हो जाते हैं तो इस आदत को छोड़ दीजिए क्योंकि ऐसे लोगों में अवसादग्रस्त होने का खतरा सबसे अधिक होता है. टोरंटो स्थित यॉर्क विश्वविद्यालय में हाल ही में किए गए एक अध्यन में इस बात का खुलासा किया गया है.विश्वविद्यायल में मनोविज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर माइरियम मोग्रेन ने लोगों के अवसादग्रस्त होने की प्रक्रिया का अध्ययन किया. मोग्रेन ने छात्रों के बीच दो चरणों में अध्ययन किया. उन्होंने कहा कि ज्यादा भावुक होने से अवसादग्रस्त होने की समस्या बढ़ जाती है.उन्होंने बताया कि अध्ययन के दौरान पता चला कि लोगों में भावुक हो जाने से किस प्रकार परिवर्तन आता है. मोग्रेन ने बताया कि अध्ययन में महिलाओं और पुरुषों के अवसादग्रस्त होने की प्रक्रिया में कोई अंतर नहीं देखा गया.
केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..
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--- संजय सेन सागर