अब देखो मनमोहन सिंह जी ने जैसे ही लिव इन रिलेशनशिप को कानूनी मान्यता देने से इनकार किया और उनकी बात को एक और दम मिल गया की ब्रिटेन में कम उम्र की लड़कियां अय्यासी करती फिर रही है और कम उम्र में ही बच्चे पैदा करने की मशीन बनती जा रही है! तो देखो भैया अपना प्रधानमंत्री भले ही सोनिया जी के बटन दबाने के बाद चालू होता है लेकिन देश को फायदा पहुचने में कामयाब तो हो ही जाता है !!लेकिन मनमोहन जी एक काम और कर देते तो अच्छा होता वो ये की हमारे देश में भी तो कम उम्र की लडकियां प्रेग्नेंट हो रही है उस पर क्या हुम्हे और कुछ ठोस कदम उठाने की जरुरत नहीं है !!!
ब्रिटेन में किशोरियां गर्भवती हो रही हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिस्टिक्स और ओएनएस की मानें तो पिछले साल इंग्लैंड और वेल्स इलाके में 18 साल से भी कम उम्र की 43 हजार किशोरियां गर्भवती हुईं।
डिपार्टमेंट ऑफ चिल्ड्रेन, फैमिली एंड स्कूल्स के मुताबिक 2007 के शुरुआती नौ माह की समीक्षा करने पर साफ है कि 2006 की तुलना में इसकी संख्या में आश्चर्यजनक इजाफा हुआ है। साल 2006 में जहां 1 हजार लड़कियों में 40.9 लड़कियों के गर्भवती होने का आंकड़ा था वहीं यह बढ़कर 42 हो गई है।
2006 में इंग्लैंड और वेल्स को मिलाकर 41,800 लड़कियां गर्भवती हुई थीं। साल 2007 में अब तक का सबसे बड़ा इजाफा माना जा रहा है। वहीं ब्रिटेन के स्कूल मंत्री जिम नाइट ने सेक्स एजुकेशन को अनिवार्य बना दिया है। बिना डॉक्टरी पर्चा के मिल सकेगा कैमिस्ट से गर्भ निरोधक
ब्रिटेन का स्वास्थ्य विभाग भी इन आंकड़ों के बाद पूरी तरह चेता नजर आ रहा है। इस हफ्ते विभाग ने ट्रायल के तौर पर एक नई स्कीम लागू की है। इसके तहत बिना किसी डॉक्टरी सलाह वाले कागज के भी लड़कियां गर्भ निरोधक ले सकेंगी। सरकार इसके साथ सेक्स एजुकेशन को भी बढ़ावा दे रही है और सेफ सेक्स का भी जोरदार तरीके से प्रचार कर रही है। यूनीसेफ ने भी ंिचंता जताई
यूनीसेफ ने भी ब्रिटेन में गर्भवती किशोरियों की संख्या में लगातार इजाफे पर चिंता प्रकट की है। यूनीसेफ ने कहा है कि पूरे यूरोप में सबसे गंभीर हालात यहीं के हैं।
कम उम्र में ही बच्चे पैदा करने की मशीन बनती जा रही है! तो देखो भैया अपना प्रधानमंत्री भले ही सोनिया जी के बटन दबाने के बाद चालू होता है लेकिन देश को फायदा पहुचने में कामयाब तो हो ही जाता है !!
डिपार्टमेंट ऑफ चिल्ड्रेन, फैमिली एंड स्कूल्स के मुताबिक 2007 के शुरुआती नौ माह की समीक्षा करने पर साफ है कि 2006 की तुलना में इसकी संख्या में आश्चर्यजनक इजाफा हुआ है। साल 2006 में जहां 1 हजार लड़कियों में 40.9 लड़कियों के गर्भवती होने का आंकड़ा था वहीं यह बढ़कर 42 हो गई है।
2006 में इंग्लैंड और वेल्स को मिलाकर 41,800 लड़कियां गर्भवती हुई थीं। साल 2007 में अब तक का सबसे बड़ा इजाफा माना जा रहा है। वहीं ब्रिटेन के स्कूल मंत्री जिम नाइट ने सेक्स एजुकेशन को अनिवार्य बना दिया है। बिना डॉक्टरी पर्चा के मिल सकेगा कैमिस्ट से गर्भ निरोधक
ब्रिटेन का स्वास्थ्य विभाग भी इन आंकड़ों के बाद पूरी तरह चेता नजर आ रहा है। इस हफ्ते विभाग ने ट्रायल के तौर पर एक नई स्कीम लागू की है। इसके तहत बिना किसी डॉक्टरी सलाह वाले कागज के भी लड़कियां गर्भ निरोधक ले सकेंगी। सरकार इसके साथ सेक्स एजुकेशन को भी बढ़ावा दे रही है और सेफ सेक्स का भी जोरदार तरीके से प्रचार कर रही है। यूनीसेफ ने भी ंिचंता जताई
यूनीसेफ ने भी ब्रिटेन में गर्भवती किशोरियों की संख्या में लगातार इजाफे पर चिंता प्रकट की है। यूनीसेफ ने कहा है कि पूरे यूरोप में सबसे गंभीर हालात यहीं के हैं।
bilkul sahi kaha aapne ,ias tarah ki samasyan sampporn visv ki hai....par bharat abhi kafi peeche hai
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