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जय हो ! [भाग -१ ]

८ मार्च को हम सभी ''अंतर-राष्ट्रीय महिला दिवस '' मनातें है .आज ब्लॉग -जगत में हमारी महिला चिठ्ठाकार जिस प्रकार से अपनी लेखन क्षमता 
का परिचय देते हुए 
हुए अपना लोहा मनवा रही हैं -उसकी तारीफ में बस एक ही भाव मन में उमड़ आता है -''जय हो ''.
              इसी भाव को लेकर मैंने यह पोस्ट तैयार की है
आशा है आप सभी इसकी  दिल से सराहना करेंगे .----


 ''आओ करें ''vandana '' हम उस ''devi'' की ;
''जिसकी ''nutan'' दीप ''shikha'' ने जग चमकाया ,
''mamta''मय''''preeti''मय प्रभु की इस ''rachna'' ने ;
 अपनी अद्भुत ''pratibha'' का लोहा मनवाया .''


''sharad'' 'shashi' की 'rashmi' से शीतलता फैली ;
'poonam' की 'rajani' आई सज नई-नवेली ,
अच्छे लेखों से ज्ञान की ''rekha''खीची'' ;
sundar 'kavita' से भावों की क्यारी सीचे ;
''harkirat'' की 'kiran  ' से भर  गया ''amar'' उजाला .
अपनी अद्भुत प्रतिभा   का लोहा मनवाया .''
[लिंक में दिए गए नामों पर जाकर महिला चिट्ठाकारों का उत्साहवर्धन करें क्योंकि ये सभी नाम महिला चिट्ठाकारों के हैं]
लेखिका-शिखा कौशिक[http://vicharonkachabootra.blogspot.com/]
सहायिका-शालिनी कौशिक[http://shalinikaushik2.blogspot.com/]
                         [जारी.........]

                      

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ग़ज़ल

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