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neta ji ka andaj !


नेता जी का अंदाज !

जनता ने बहुमत दिया  ,इसमें है एक राज ,
सुन लेना तुम गौर से ;बतलाता हूँ आज ,
नोट के बदले वोट का ;नहीं मेरा अंदाज ,
मैंने तो बटवाये   थे ; घर-घर  बस कुछ
                   ''प्याज''
                                                   शिखा कौशिक
http://netajikyakahtehain.blogspot.com/ 

Comments

  1. वाह! क्या बात है!!
    बिल्कुल हिन्दुस्तान का दर्द है यह!!!

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  2. आपकी प्रस्तुति प्रशंसनीय है.बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति. प्रस्तुति.aabhar ..

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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ग़ज़ल

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