जिसकी पूजा या नमाज़ सच्ची तो उसकी जिंदगी अच्छी , जिसकी जिंदगी अच्छी उसकी म़ोत अच्छी जिसकी म़ोत अच्छी उसकी आखेरत अच्छी जिसकी आखेरत अच्छी उसकी जन्नत पक्की तो जनाब इसके लियें करो पूजा या नमाज़ सच्ची । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..
गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा
सुन्दर अभिव्यक्ति !
ReplyDeleteबहुत खूब्।
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