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सुरा नहीं सोम- शराब नहीं औषधि ।।


आदरणीय बन्‍धु 
आपके समक्ष इस सप्‍ताह आपके अपने संस्‍कृतजालपृष्‍ठ संग्राहक संस्‍कृतम्-भारतस्‍य जीवनम् पर प्रस्‍तुत किये गये लेखों की सूची प्रस्‍तुत कर रहा हूँ ।
अपने अमूल्‍य विचार द्वारा संस्‍कृत के विकास में सहयोग प्रदान करें ।


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हाथी धूल क्यो उडाती है?

केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा