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वेद विशिष्‍ट - संस्‍कृतम्-भारतस्‍य जीवनम् ।।



प्रिय बन्‍धु

आपके संस्‍कृत जालपृष्‍ठसंग्राहक संस्‍कृतम्-भारतस्‍य जीवनम् पर इस सप्‍ताह प्रकाशित लेखों की सूची प्रस्‍तुत कर रहा हूँ ।
विषय वस्‍तु की दृष्टि से यह सप्‍ताह महत्‍वपूर्ण है । क्‍यूँकि इस सप्‍ताह वेदों पर महत्‍वपूर्ण व रोचक तथ्‍य प्रकाशित किये गये हैं ।
अपनी अमूल्‍य राय व टिप्‍पणियों से लेखकवर्ग का मार्गदर्शन व उत्‍साह वर्धन करें ।


रविवार, ७ नवम्बर २०१०

यज्ञं चेत् हिंसा कथं ।। वेद विशिष्‍टम् ।।


यज्ञों में हिंसा का खण्‍डन वेदमन्‍त्र के द्वारा ।।


बुधवार, ३ नवम्बर २०१०


दीपावली पर्व पर श्री विष्‍णुकान्‍त मिश्र जी द्वारा प्रस्‍तुत शुभविचार


बुधवार, ३ नवम्बर २०१०


विश्‍व का सर्वप्रथम आविष्‍कार या खोज , वेद प्रमाण के आधार पर प्रस्‍तुत वार्ता ।




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भवदीय: - आनन्‍द:

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केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा