सादगी वो अदा है जिसका कोई सानी नहीं है !
सादगी ही इंसा को इंसा की हकीक़त बतलाती है !
सादा जीवन उच्च विचार इंसा का परिचय करवाती है !
सादगी ही इंसा को इंसा के और करीब ले आती है !
सादगी ही असल जीवन से उसका परिचय करवाती है !
सादा जीवन ही मानव का असल जीवन का गहना है !
और ऊपर का आवरण तो इसी जग मै रहना है !
सादगी ही मानव की सभ्यता का प्रतीक है !
अपने लिए कठोर दुसरो के लिए कोमल है सादगी !
सादगी ही मानव की सभ्यता का प्रतीक है !
ReplyDeleteअपने लिए कठोर दुसरो के लिए कोमल है सादगी !
अंतिम पंक्तियाँ दिल को छू गयीं.... बहुत सुंदर कविता....
सुन्दर अल्फाज और बेहतरीन भाव की रचना
ReplyDeleteसही कहा///सादगी का भला क्या सानी.
ReplyDeleteऔर चूंकि आजकल हो गयी है ईद के चाँद सी ,
ReplyDeleteइसलिए और भी बढ़ गयी है कीमत-ए-सादगी
लिखते रहिये ..
आप सबका का बहुत -२ धन्यवाद दोस्तों येसे ही हमारा होंसला बढ़ाते रहिएगा !
ReplyDeleteसार्थक रचना। अच्छे विचार। शुभकामनायें।
ReplyDeleteसादगी भरा जीवन सुखी जीवन ..... सादगी एक दृष्टिकोण है ...
ReplyDeleteबहुत अच्छी बात कही है इस रचना में ....