हिन्दुस्तान का दर्द कुछ समय से समस्याओं से जूझ रहा था जिसकी वजह से काफी कुछ प्रभावित हुआ,हम हम आपके सामने फिर हाजिर है एक नए बदलाब के साथ आशा है आपको हमारा यह प्रयास पसंद आएगा...
केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..
गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा
Haardik swagat hai...
ReplyDeletesamsyaon se ladna hi to jindagi hai...
sukriya kavita ji
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