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पोथी वाला पंडित...

मै पोथी वाला पंडित हूँ॥
जो ज्ञान की बात बताता हूँ॥
जाति पाति का भेद न करता॥
निर्धन के घर खाता हूँ॥

मन में कोई मेल नहीं है॥
कटुक बचन से मेल नहीं॥
अत्याचारी का दुश्मन मै हूँ॥
करता उनसे खेल नहीं॥
समय आने पर डट जाता हूँ॥
विकत रूप दिखलाता हूँ॥
मै पोथी वाला पंडित हूँ॥
जो ज्ञान की बात बताता हूँ॥
जाति पाति का भेद न करता॥
निर्धन के घर खाता हूँ॥

हमें पता है वह काल पुरुष है॥
समयानुसार बताऊगा॥
जब भ्रष्ट करूगा भ्रष्टाचार को॥
तभी सामने आऊगा।
सच्चाई की अलख जगाता॥
सच की तिलक लगाता हूँ॥
मै पोथी वाला पंडित हूँ॥
जो ज्ञान की बात बताता हूँ॥
जाति पाति का भेद न करता॥
निर्धन के घर खाता हूँ॥

देश तवाह ये रक्षक करते॥
जो मादक पदार्थ बिकवाते है॥
ये तो कलयुग के ठेकेदार है॥
फ़ोकट में मौज उड़ाते है॥
इनका सर गंजा करवा के॥
कालिख इन्हें लगाऊगा॥
मै पोथी वाला पंडित हूँ॥
जो ज्ञान की बात बताता हूँ॥
जाति पाति का भेद न करता॥
निर्धन के घर खाता हूँ॥

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