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मामा मेरी मामी जी नादानी कर गयी..

मामा मेरी मामी जी नादानी कर गयी॥
१२ साल के बच्चे संग बचकानी कर गयी॥
पास ओ आयी थी मुझको सहलाई थी॥
हंस करके गले मुझको लगाईं थी॥
प्यारे प्यारे होठो की निशानी दे गयी॥
१२ साल के बच्चे संग बचकानी कर गयी॥
हाथ से उठा करके खात पे गिरा के।
मुझको दबा के तेल लगा के॥
भीनी खुशबू की निशानी दे गयी॥
१२ साल के बच्चे संग बचकानी कर गयी॥
अंचरा गिरा के नैना झुका के॥
हाथो से अपने गाल को मिला के॥
प्यारी प्यारी आँखों की सलामी दे गयी॥

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ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा