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स्लिम भाई भुत कमाल के हो

जनाब स्लिम भाई आपकी हिम्मत कुवत को में दाद देता हूँ आपने जिस तरह से स्वदेश के नाम पर देश को एक सूत्र में पिरोने और पिछड़े पीड़ितों को इन्साफ दिलाने के लियें कोशिशें तेज़ की हे उससे हो सकता हे राजनेता जो केवल और केवल वोटों को ही अपनी दुनिया समझते हे उनके पेट में दर्द होना वाजिब हे यकीन यह अपना हिन्दुस्तान हे यहाँ कुछ गिनती के क्न्सुरे हें तो अधिकतम प्र्यारे प्यारे भाई भी हे जिनके सहारे हम और आप अपनी दुनिया में खिल खिला रहे हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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हाथी धूल क्यो उडाती है?

केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा