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मुहब्बत कबाब है॥

मुहब्बत कबाब है॥
खाना पसंद करते है॥
यार जब बिछुड़ता है॥
हर पल आंसू गिरते है॥
खो जाती है लालिमा॥
चेहरा मुरझा जाता है॥
महकते उपवन में ॥
अन्धेरा नज़र आता है॥
किसी किसी के मुकद्दर में॥
फिर से कमल खिलते है॥

Comments

  1. बहुत खूब,आनद आया

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  2. मुहब्बत कबाब है ये तो सही है पर उसी रेसिपी कहाँ है

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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