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धनतेरस - धनवंतरी, रमन का जन्म दिवस - मणिकांचन संयोग


धनतेरस धनवन्तरि जयंती और जन्म दिन सौभाग्यवश ये तीनो एक ही दिन पड़े है धनतेरस की मान्यता पर जाये तो दीपावली से दो दिन पहले मनाया जाने वाला ये त्यौहार धनवन्तरि से जुडा है जिस प्रकार देवी लक्ष्मी सागर मंथन से उत्पन्न हुई थी उसी प्रकार भगवान धनवन्तरि भी अमृत कलश के साथ सागर मंथन से उत्पन्न हुए हैं.
देवी लक्ष्मी धन की देवी हैं परन्तु उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए आपको स्वस्थ्य और लम्बी आयु भी चाहिए यही कारण है दीपावली से दो दिन पहले ही, यानी धनतेरस से ही दीपामालाएं सजने लगती हें.त्रयोदशी तिथि के दिन ही धन्वन्तरि का जन्म हुआ था इसलिए इस तिथि को धनतेरस के नाम से जाना जाता है. लेकिन आज का दिन एक और मायने से खास है जी हा आज छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री का जन्म दिन है वे आज अपना ५७ वा जन्म दिन मनायेगे

सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ

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ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा