हम उस वंश के वंशज है॥
जिसके घर चिडिया ,,
सोहर गाती॥
कहती बच्चो भोर हुआ है॥
इठलाती और इतराती॥
ढूध पूत सब तान लगाते॥
चिडिया रानी नाच दिखाती॥
तुनक तुनक सब ठुमुक रहे है॥
खड़ी सुमन मुस्काने लागी...
जिसके घर चिडिया ,,
सोहर गाती॥
कहती बच्चो भोर हुआ है॥
इठलाती और इतराती॥
ढूध पूत सब तान लगाते॥
चिडिया रानी नाच दिखाती॥
तुनक तुनक सब ठुमुक रहे है॥
खड़ी सुमन मुस्काने लागी...
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर