चौराहे पर बैठो गे॥
तो नजारे नज़र आयेगे॥
कुछ पूरब को जायेगे॥
कुछ पशिचम को जायेगे॥
कुछ धुंधले हो जायेगे॥
कुछ पास चम्चामायेगे॥
कुछ करेगे इशारे॥
कुछ हसी बिख्रायेगे॥
कुछ तो हमें अपनाएगे॥
कुछ तो उसे ठुक्रायेगे॥
बहेगी प्यार की गंगा॥
सितारे गीत गायेगे...
तो नजारे नज़र आयेगे॥
कुछ पूरब को जायेगे॥
कुछ पशिचम को जायेगे॥
कुछ धुंधले हो जायेगे॥
कुछ पास चम्चामायेगे॥
कुछ करेगे इशारे॥
कुछ हसी बिख्रायेगे॥
कुछ तो हमें अपनाएगे॥
कुछ तो उसे ठुक्रायेगे॥
बहेगी प्यार की गंगा॥
सितारे गीत गायेगे...
आमीन ..ऐसाही हो ! सारा भूमंडल ..सारा आकाश गीत गए ..बहे सुर इक मिला जुला, आकाशगंगा से ..!
ReplyDeletehttp://shamasansmaran.blogspot.com
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आमीन ..ऐसाही हो ! सारा भूमंडल ..सारा आकाश गीत गाए ..बहे सुर इक मिला जुला, आकाशगंगा से ..!
ReplyDeleteवाकई चौराहे पर बैठ कर मिलते हैं अजब ही नजारे
ReplyDeletethankyou ,all
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