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हम देश पे आंच ना आने देगे॥

हम देश पे आंच ना आने देगे॥
देश की शान बचाते रहेगे॥
पढ़ते रहेगे पग आगे को॥
हम देश का मान बढाते रहेगे॥
पर्वत पानी का कॉफ नही॥
काल से ताल बजाते रहेगे॥
जब तक जंग में जान न निकले॥
तब तक दुश्मन गिराते रहेगे॥
वीर शहीदों का खून है मुझमे॥
स्मृति पे दीप जलाते रहेगे॥
मौत से भी लड़ जाया करेगे॥
पर देश पे आंच न आने देगे॥

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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ग़ज़ल

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