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क्या देश के नेताओं का सच से सामना कराना चाहिए?

अरे भी नेता लोग कैसे सच बोलेगे॥ जानते हो चुनाव में कितना खर्चा होता । उसे भी तो वे निकलते है। घपला नही करेगे तो अगले चुनाव में कैसे खड़े होगे॥ इतना ही एक नेता जी से हमारा सामना ऐसे हो गया था। और लोग भी कह रहे थे । ये नेता जी मला के टिकट के लिए बीएसपी को ४०००००० तक दिया है लोग तो यह भी कह रहे थे की अगर न जीते होते हार्ट अटैक ;हो जाता । वैसे उन वेचारे को कांग्रेस से टिकट ही नही मिला था॥

दूसरी बात यह है जब नेता लोग जीत करके आते है तो । उन्हें शपथ ग्रहण करवाया जाता है। तो क्या कहते है॥ ?
मई देश के हित के लिए शपथ ग्रहण करता हूँ की मई झूठ की सिवा कुछ नही बोलूगा। जब जनता के सामने बोलूगा। तो झूठ ही बोलूगा॥
अरे बिया नेता लोग कैसें सच का सामना करे गे॥ अब बात समझ में आ गई ना...

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ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा