देश इष्ट ईमान धर्म रब गॉड खुदा ईश्वर है अपना।
पथ पग पथिक लक्ष्य साधन यह साध्य साधना सच औ' सपना।।
श्वास-आस परिहास हर्ष दुःख मिलन-विरह वात्सल्य भक्ति भी-
देश-प्रेम को नाप सके जो बना न 'सलिल' जगत में नपना ।।
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पथ पग पथिक लक्ष्य साधन यह साध्य साधना सच औ' सपना।।
श्वास-आस परिहास हर्ष दुःख मिलन-विरह वात्सल्य भक्ति भी-
देश-प्रेम को नाप सके जो बना न 'सलिल' जगत में नपना ।।
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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर