मन्दिर
चुनाव का समय,
निकट आया
परिषद् को
राम नाम भाया
कुछ भी हो
वह राम नाम
जाप करायेगी
वोट बैंक बढ़ायेगी
राष्ट्र रहे न रहे
मन्दिर वहीं बनायेगी।
चुनाव का वक्त बीता,
न राम याद, न सीता
शान्ति के साथ बैठकर,
पढ़ने लगे गीता।
चुनाव का समय,
निकट आया
परिषद् को
राम नाम भाया
कुछ भी हो
वह राम नाम
जाप करायेगी
वोट बैंक बढ़ायेगी
राष्ट्र रहे न रहे
मन्दिर वहीं बनायेगी।
चुनाव का वक्त बीता,
न राम याद, न सीता
शान्ति के साथ बैठकर,
पढ़ने लगे गीता।
sahram kr rastrapremi ,
ReplyDeleteबहुत खूब लिखा है आपने
ReplyDeleteआप इसी तरह प्रगति के मार्ग पर आगे बढते जाये यही दुआ है
बहुत खूब लिखा है आपने
ReplyDeleteआप इसी तरह प्रगति के मार्ग पर आगे बढते जाये यही दुआ है