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हिंदुस्तान का दर्द: आचार्य संजीव 'संजीव'सलिल

हिंदुस्तान का दर्द
सिर्फ़ यही है
कि
दूसरों को
सुधारनेवाले
अनेक हैं,
पर ख़ुद को
सुधारनेवाला
कोई नहीं है॥

**************

Comments

  1. सही कहा आपने....

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  2. मेरा कहना है,

    "आईना घिस जायेगा, अब और न बुहारो यारो,
    गर्द तो चेहरे पे है एक हाथ फ़िरा लो यारो।"

    ReplyDelete
  3. बहुत सही कहा है सलिल जी ;

    क्या करें, आखिर मेरा देश है
    जैसा में हूं वैसा मेरा देश है।

    सम्मान के लिये बधाई भी स्वीकार करें

    ReplyDelete

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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