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सबसे बड़े मतदाता-गब्बर सिंह और अनारकली का प्रेमी सलीम

शैलेश भारतवासी जी जी ने आज मुझे ऑरकुट पर कुछ मजेदार और हम ज्ञानवर्धक भी कह सकते है इस तरह की तस्वीरें हम तक भेजी,मुझे अच्छी लगी तो आप लोगों तक पहुंचा रहा हूँ आशा है आप सभी को भी पसंद आएँगी,आपको शैलेश जी का यह प्रयास कैसा लगा अपनी राय जरुर पहुंचाएं सबसे जागरूक मतदाता कौन गब्बर

ना प्यार ना पैसा,बस वोट

अच्छा आपके पास वोट है पहले क्यों नहीं बताया,प्लीज़ बैठिये ना
तस्वीरों के नीचे दिए गए कमेंट्स संजय सेन सागर यानी मेरे है

सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ

Comments

  1. अमाँ मियाँ, मज़ा आ गया पढ़ कर, लो कर लो बात | मैं भी ज़रूर वोट डालने ज़रूर जाऊंगा|

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  2. जब मैंने पहली बार पढ़ा था तो मुझे भी ऐसा ही लगा था सलीम जी !!

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  3. आनंद आ गया बहुत खूब
    बधाई

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  4. bahut achcha maza agaya ...behtareen bahut umda

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  5. संजय जी,

    हमारे प्रयास को अपने पाठकों तक पहुँचाने के लिए शुक्रिया। मैंने तो आपको ३ पोस्टर ही भेजा था, बहुत से पोस्टर (अलग-अलग साइज़ के), हैडर बनकाकर सभी को लगाने के लिए दिया है। यहाँ देखिए और उसके बारे में भी लोगों को बताइए

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा