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सोलर तूफ़ान ....

वैज्ञानिकों के अनुसार निकट भविष्य में धरती पर सौर तूफ़ान आने की संभावना है । जब हम साधारण तूफ़ान और सुनामी से नही निपट सकते तो सोचिये इस महा विपदा से कैसे निपट पायेगे ।
सोलर रेडिएशन तूफान के दौरान सूरज चार्ज्ड पार्टिकल्स की भारी बारिश करता है। यह बारिश सैटलाइटों को तो बेकार कर ही सकती है। अगर स्पेस में मौजूद इंसानों की सुरक्षा पुख्ता न हो तो उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे तूफान की भविष्यवाणी भी बहुत मुश्किल है।
हर 11 साल पर सौर गतिविधियां तेज होने लगती हैं। ऐसा अगला सक्रिय दौर 2012 में होने की उम्मीद है।
1859 में सबसे बड़ा सोलर तूफान आया था। तब टेलीग्राफ के तार जलने लगे थे। अमेरिका और यूरोप में आग लगने की कई घटनाएं भी हुई थीं। आज जब पूरी पृथ्वी ही वायर और वायरलेस उपकरणों से ढकी हुई है, ऐसे में भयानक नुकसान की कल्पना ही कंपकंपाने के लिए काफी है। सोचने पर भी डर लगता है ।

Comments

  1. बहुत अच्छी जानकारी
    आपका लगातार सहयोग मिल रहा है इसके लिए सुक्रिया !

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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