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पंजाब और भगत सिंह

पंजाब और भगत सिंह

पंजाब ने झेला कभी दंस आतंक का
तो कभी झेला दंस सियासत का
आज फिर रो रहा है पंजाब खून के आसू
खो कर अपना इक और लाल
चलता था वो कभी इसके सीने पर
लाने को क्रांति बदलाव की
आवाज था वो अवाम की
था वो उनका पहरेदार

Comments

  1. मंजू जी बहुत बढ़िया लिखा है आपने !

    ReplyDelete
  2. मंजू जी बहुत बढ़िया लिखा है आपने !

    ReplyDelete
  3. सटीक लेखन किया आपने
    बधाई हो

    ReplyDelete

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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