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इस बन्दे है कुछ तो बात है .............



जिंदगी मे..कुछ खास
पलो जी लो ....
कुछ अच्छी यादो को
अपने भीतर ..सहज लो
आते है हर किसी की
जिंदगी मे सुख और दुःख
जो चलते है हर
पल पल साथ ...
किसी मोड़ पे ..मिले जो ज़िन्दगी
तो उसे दो ...अपना जिन्दादिली का वोह
एहसास ..की लगे उसे भी कि...
इस बन्दे मे भी है कोई बात....
जो ना टूटा ..ना बिखरा किसी
गम से ...दुःख भी ना तोड़
पाया इसे ...
वक़्त का रुख मोडा है जिसने
उसी बन्दे मे ..कोई
तो बात है ..
जो चला है...अपनों के गमो
को साथ लेके ...
दुखो को हँसी मे छिपा .....
वोह बना हर भीड़ का
हिस्सा ....
अपनी बातो से सबको दीवाना बना
साथ अपने वोह दोस्ती
का काफिला लेके चला है ................
अब तो वक़्त भी कहने लगा .....
इस बन्दे है कुछ तो बात है .............
(.........कृति.......अनु.......)
..............................................................................................................
धोनी को ..आज ....सीरीज़ जीतने पे
बहुत बधाई ........
....................................................................................................

Comments

  1. ji han bilkul sahi kaha aapne. is bande mein hai dam.

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  2. जो करना है सो अभी कर लो.. अच्छा संदेश अनुराधा जी १!

    ReplyDelete

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आपका बहुत - बहुत शुक्रिया जो आप यहाँ आए और अपनी राय दी,हम आपसे आशा करते है की आप आगे भी अपनी राय से हमे अवगत कराते रहेंगे!!
--- संजय सेन सागर

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केहि कारण पान फुलात नही॥? केहि कारण पीपल डोलत पाती॥? केहि कारण गुलर गुप्त फूले ॥? केहि कारण धूल उडावत हाथी॥? मुनि श्राप से पान फुलात नही॥ मुनि वास से पीपल डोलत पाती॥ धन लोभ से गुलर गुप्त फूले ॥ हरी के पग को है ढुधत हाथी..

ग़ज़ल

गज़ब का हुस्नो शबाब देखा ज़मीन पर माहताब देखा खिजां रसीदा चमन में अक्सर खिला-खिला सा गुलाब देखा किसी के रुख पर परीशान गेसू किसी के रुख पर नकाब देखा वो आए मिलने यकीन कर लूँ की मेरी आँखों ने खवाब देखा न देखू रोजे हिसाब या रब ज़मीन पर जितना अजाब देखा मिलेगा इन्साफ कैसे " अलीम" सदकतों पर नकाब देखा